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अथ ार यते सीम तो नयन-स कारः ।
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िश यः– (िछ का कव न) छ म तो नयनम । िकमते त भो ।
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ग ः – मख ! सीम तः अथा त (के शा तः ) । उ नयनम उप र नयनम (अिभनीय)
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िश यः – िकमथ मते त ? ्
ग ः – व स ! गभध ारणात स म े मासे गभ थिशशोः मि त क िवकसित ।
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िश यः- िकम, मम मि त क यािप िवकासोऽभवत । ्
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ग ः – िशव, िशव, िशव.... विय मि त क िह नाि त चते िवकासः क य ?
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सीम तो नयन- यम ्
(...................................................................)
(ग -िश यौ िवशतः । पजयतः च)
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ग ः – ी गणशे ाि बका या नमः । (प पम –अप यित........)
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(ककप ेण के शिव यास क । वेणीब धन क ) ........ अप य,.................) प षाः िनग छि त ।
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भो पि डताः, स प नः स कारः। अ कोिप प षः न भवेत। वमिप ग छ।
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(बधाई –गीतम ) ्
यम – जातकम –स कार य
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(गीतम – जागे...............)
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(िश यः ीभय न यित ।) (नवजात-िशशः कण िपता वदित)
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भ विय दधािम,HkqoLRof; दधािम, व विय दधािम, ओम, भभव ः वः सव विय दधािम ।
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ग ः – जातक य मख ेॐकार-लेखनाय मध आनय, अरे व स! मध आनय ।
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िश यः – मधो ! ए मधो ! बािलके मधो !
ग ः – अरे ! मध – शहद मध आनय
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(िवलो य) (अरे मख !) अरे चा रन ! ीणा म ये िव य न यिस । िशव िशव............
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वणश लकया ॐकार-लेखनेन बाल य आ याि मकः िवकासः जायते। अ य स कार य अपर ं
नाम मधे ाजनन स कारः इ यिप क यते
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(बालक य मख े ॐकार रचयित) गीतम................)
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िकम – ग जी, ग जी
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कथम – ग जी, ग जी, ेतः ेतः (ि यः उपहसि त)
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ग ः – भत ेतः क .........................।
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कथम – एषोऽि त भो ! (ने े िनमीलित)
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ग ः – अरे िकम ! िकमभवत । ्
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िकम – ग जी । घटम आनेतम अहम गतवान । एताः माम ण कतव यः ( ीन दशय ित)
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कथम – (उ च ै पहसित)
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