Page 16 - Book.cdr
P. 16
ग – ग से बराबरी करेगा मख! सनो –
ू
ु
ु
ु
नामािखल य यवहारहेतः शभावह कम स भा यहेतः। ु
ु ु
ु
ं
ना नैव क ित लभते मन य ततः श त खल नामकम ।।
ु
ं
ु
और भी, समह म पहचान के िलये नामकरण आव यक होता ह।ै अ छा ....ऐ मख ू
ू
... य ?
िश य – जी ग जी।
ु
ग जी – दखे ा (हसकर), पजन ारभ कर।
ू
ं
ं
ु
ग - ीग चरणकमले यो नमः।गणशे ाि बका या नमः।
ु
ं
ु
िश य – (ग जी क नकल उतारते हये) नमः।
ु
ं
ु
ग - ग चरणकमले यो नमः, नामकरण स कार समये ना दी ा वि तप याहवाचन ं
ु
ु
क र ये। िश य – क र ये..।
ग – बालक क क डली बनाइये।
ु
ु
िश य– बनाईये।
ग – अरे मख ! जा त क डली िनमा ण कर। ल न भाव म ग थािपत कर , दशम भाव म
ू ु
ु
ू
ु
शिन को बैठाइये। (िश य उ टा करता ह)ै अरे मख वो मारके श ह ैहटा वहाँ से।
ू
ृ
(अि नी भरणी कि का रोिहणी मगिशरा)। ि तीय भाव म क भ रािश के च
ृ
ु
को थािपत कर । बालक क बआजी को बलाइये।
ु
ु
(बआ से गणना का अिभनय करते हये)
ु
जातक के नाम का आ र ह.ै ...... “स”।
(लोग नाम बोलते ह- सै डी, सपोला, स पत, सफ ए सल)
ु
ग – अरे चप ........, ये भी कोई नाम ह,ै जातक का नाम दवे ता, मास, न एव ं
ु
लोक यवहार के आधार से रखा जाता ह।ै
बआ– जानती ह ँपि डतजी ये मरे ा अिधकार ह।ै
ु
(नेग िनछावर आिद लेकर थाली का नाम िदखाती ह,ै सपा म रखकर ब च े
ू
को सय दशन कराती ह।ै झला म िशश को झलाते ह)
ु
ू
ु
ू
14