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(गीत)
रामच िलहले जनमवा हो रामा..
अवध नगर म ...
सिखयन अइली मगल गवन को
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मागे लगली .... हाय
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मागे लगली राम के ओढ़िनया हो रामा
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अवध नगर म. ..।
रामच िलहले जनमवा हो रामा..
बआ - (नेग िनछावर आिद लेकर थाली का नाम िदखाती ह,ै सपा म रखकर ब च ेको सय दशन कराती ह।ै झले म िशश ु
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को झलाते ह) ा णो, आप लोग के िलए भोजन क यव था ह।ै भोजन हण कर ।
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(सभी बालक को उठाकर िन मण के िलये थान करते ह)
ग - (एक बार घमकर) ऊँ भोजन हो गया।
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य – ये या ह आ ग जी?
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ग – ये नाटक ह,ै अिभनेता के घमने मा से सब प रवित त हो जाता वग नरक और नरक वग बन जाता ह।ै
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य – अ छा ग जी। दो बार घमता ह।ै
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या– चार बार घमता ह ै(ग आ य से दखे ते ह) ।
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या– (उपहास करते ह ये) बह त भोजन हो गया............,
ग जी आपने ही था। यह नाटक ह.ै ........
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ग - अरे मख , चलो अब यहाँ से िन मण करो। (दखे कर)
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6. िन मण स कार
दखे ो, दखे ो आगे िन मण स कार चल रहा ह।ै
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य – िनष िनष ( या एक फटका मारता ह)ै िन मण य होता ह ैग जी।
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ग – ज म के एक माह प ात िशश को पहली बार दवे दशन , सय –च दशन के िलये और कित क िनसग म ले
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जाया जाता ह।ै
य – हम को भी िनकाला गया था या ?
या– कित क िनसग म ................?
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ग – अरे मख तमको तो बचपन से ही घर से िनकाल िदया गया था तभी तो तम दोनो मरे े माथे पर ताडव मचा रह े
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हो।(घमने का यास)
य – ग जी घमने okyh नह अब तो सचमच dh भख लग jgh ह।ै
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7. अ न ाशन स कार
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ग – हाँ हाँ अब वह पर चल रह ेह, अगला स कार ह ैअ न ाशन स कार ।
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या– अङग दशन ....? (अङग दशन करता ह)ै
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ग - अङग दशन नह मख “अ न ाशन-अ न ाशन”। इस स कार म बालक को थम बार छह रस से य ु
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य जन बालक को िखलाया जाता ह।ै मीठा, खारा, rh[kk , कड़वा, ख ा और कषलै ा। वो भी तब जब
जातक छह मास का हो जाये।(य क ड ykvks)
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